गर्भस्थ शिशु की जांच का समय क्या है?
कंपनी में काम करने वाली गर्भवती महिला कर्मचारी को स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाकर गर्भस्थ शिशु की जांच के लिए समय देने का अर्थ है।

गर्भवती महिला के भ्रूण जाँच के लिए समय क्या है?
कानूनी प्रावधान
श्रम मानक अधिनियम 74 की धारा 2
💡नियोक्ता को गर्भवती महिला कर्मचारी द्वारा माता और बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी कानून की धारा 10 के अनुसार गर्भवती महिला का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए आवश्यक समय का अनुरोध करने पर उसे अनुमति देनी होगी।
उपयोग की शर्तें
यदि गर्भवती महिला कर्मचारी नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए आवश्यक समय के लिए कंपनी से अनुरोध करती है, तो उसे स्वीकृति देनी होगी।
- यह वेतन सहित है। अर्थात, वेतन सामान्य रूप से दिया जाएगा।
- पूरे दिन के लिए छुट्टी देना आवश्यक नहीं है। (पूरे 8 घंटे देने की आवश्यकता नहीं है)
- माता और बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी कानून के नियमों के अनुलग्नक 1 में उल्लिखित संख्या प्रदान करनी होगी।
- गर्भधारण के 28 सप्ताह तक: हर 4 सप्ताह में 1 बार
- गर्भधारण के 29वें से 36वें सप्ताह तक: हर 2 सप्ताह में 1 बार
- गर्भधारण के 37वें सप्ताह के बाद: हर 1 सप्ताह में 1 बार
- कानून में स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया गया है कि कितने घंटे देने चाहिए।
सामान्य अनुप्रयोग
- क्योंकि कानून में समय निर्धारित नहीं है, इसलिए काम पर आने के बाद अस्पताल जाने के बजाय, काम पर आने से पहले या काम से लौटते समय जाना अधिक सामान्य है।
- आम तौर पर आधे दिन की छुट्टी (4 घंटे) दी जाती है।
- यह सामान्य जानकारी है, प्रत्येक कंपनी के नियम अलग-अलग हो सकते हैं।
सावधानियां
- कानून में निर्धारित प्रावधान होने के कारण, इसे प्रमाणित करने के लिए अस्पताल जाने का प्रमाण पत्र जैसे किसी प्रमाण पत्र को जमा करने की आवश्यकता नहीं है।
- गर्भवती महिला को मासिक धर्म की छुट्टी नहीं दी जाती है, इसलिए मासिक धर्म की छुट्टी अलग से नहीं ली जा सकती है। (यदि कंपनी द्वारा अलग से नियम बनाकर प्रदान किया जाता है, तो यह अपवाद है)
- वर्तमान में, कानून का उल्लंघन करने पर दंड (जुर्माना आदि) का कोई प्रावधान नहीं है। (प्रभावी नहीं है)
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